रोग मिटाने का प्रयॊग ....


. किसी भी मंगलवार के दिन हनुमान जी का पंचोपचार पूजन कर ताबे के लोटे में साफ़ जल भर ले और उसमे चिरमी के ( ३ पीस ) डाल दे ,और फिर उस लोटे को सामने रख कर इस मंत्र का सिर्फ 21 बार जाप करे ! इसके बाद उस जल को रोगी को पिला दे तथा चिरमी को उसके सर से चारो और गुमाकर घर से बाहर दक्षिण दिशा की और फ़ेक दे , ऐसा करने पर रोगी को तुरन्त आराम अनुभव होता है !



मंत्र -

जै जै गुढ़वनती वीर हनुमान रॊग मिटे और खिले खिलाव कारज पूरण करे पवन सुत जो न करे तो माँ अंजनी की दुहाई शब्द साचा पिंड काचा फूरो मंत्र ईश्वरों वाचा !!



मेरा यह अनुभव है की किसी को भूत -प्रॆत बाधा हो या उसे मिर्गी आ रही हो या रात को बडबडा रहा हो अथवा उसे कोई ऐसी बीमारी हो जो समझ मे नहीं आ रही हो तो उसे यह प्रयॊग करना चाहिए ! भाइयो यह मंत्र स्वं सिद्ध है सिद्ध करने की ज
रुरत नहीं है !

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