हनुमान जी के अद्भुत जागृत मन्त्र

 १.  पेट (उदर ) पीड़ा निवारण  मंत्र


ॐ  यो यो हनुमंत  फलफलित


धग धगित आयु राष: परूडाह !



विधि :=


११  बार पढ़ कर  पेट  पर हाथ फ़ैर  दो   सभी कष्टो का निवारण   जायेगा !





२ . सभी   प्रकार  की  रक्षा  हॆतु  दिव्य  मन्त्र :=



ॐ   अंजनि गर्भशम्भुताय कपीन्द्रो सर्वोतम

रामप्रिये नमस्तुभ्यं हनुमंत रक्ष रक्ष सर्वदा !





३ . धरन  बैठाने  का  मन्त्र :=


ॐ  नमो नाड़ी  नाड़ी  नो  नो  नाड़ी  बहतर  कोठा  चले अगाड़ी डिगे  न कोठा  चले  न नाड़ी  !रक्षा करे जती  हनुमंत  की  आन  मेरी  भक्ति  गुरु  की शक्ति  फुरो  मन्त्र इश्वेरो वाचा !


विधि :=




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